"बढ़िया डिज़ाइन यानी बढ़िया व्यापार"
- आई.बी.एम के पूर्व अध्यक्ष की इस कहावत को ऑनेस्ट स्ट्रक्चर्स के हेमंत झा याद करते है। उनका मानना है कि एक बढ़िया डिज़ाइन में सचेत एवं सहानुभूति जैसे गुण होते है और यह 'सभी के लिए लाभदायक' होता है।
Sushmita Murthy is a features writer with a penchant for…
बिना कोई मिलावटी वस्तु का प्रयोग कर, सालों-साल चलने वाला फर्नीचर बनाना और यह ध्यान रखना कि हर चीज़ रिसाईकल हो सके - ये कुछ बातें है, जिनका हेमंत झा दृढ़ता से पालन करते है । ये उनके डिज़ाइन के सिद्धांतों कि नींव है। उनका मानना है कि एक एक बढ़िया डिज़ाइन सभी के प्रति नम्र रहता है, चाहे मनुष्य हो या हमारी पृथ्वी। हेमंत झा येल यूनिवर्सिटी के ग्रैजुएट है। उन्होंने सिर्फ़ डिज़ाइन की दुनिया में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध डिज़ाइनर्ज़ के साथ काम किया, जैसे की रिचर्ड मेयेर, केविन रोश, सोनी डिज़ाइन और ऐसे कई जाने-माने नाम। हेमंत झा हमारे साथ अपने डिज़ाइन सिद्धांतों पर चर्चा कर, उनपर रौशनी डालते है।
१. आपके लिए एक बढ़िया डिज़ाइन की परिभाषा क्या है?
ईमानदारी, पूर्णता और शुद्धता - यह एक अच्छे और बढ़िया डिज़ाइन के विशेष सिद्धांत हैं। ऐसा डिज़ाइन, ज़िम्मेदार डिज़ाइन होता है और खोखली तड़क-भड़क से कई आगे। एक बढ़िया डिज़ाइन शांत और अत्यंत प्रभावशाली होता है। इसके कुछ गंभीरता से सोचे हुए उद्देश्य होते है और रूप और आकर भी ऐसा जो लोगों को पसंद आए। बड़े पैमाने पर देखा जाए तो यह सभी के लिया लाभदायक होना चाहिए। अगर आप सोचते है कि 'यह मेरी समस्या नहीं' तो जल्द ही वह सबकी समस्या बन जाएगी, इसका मतलब कि अंत में यह आपकी समस्या भी बन जाएगी। और जैसे कि आई.बी.एम के दूसरे अध्यक्ष, थॉमस वाट्सन जूनियर ने अपने अमर शब्दों में कहा है, "गुड डिज़ाइन इज़ गुड बिज़नेस (बढ़िया डिज़ाइन यानी बढ़िया व्यापार।)"
२. आपने जोसेफ़ ऐलन स्टाइन एंड एसोसिएट्स, रिचर्ड मेयेर, केविन रोश जैसी बड़ी हस्तियों के साथ काम किया है। इन सभी बड़ी संस्थाओं एवं लोगों में आपको कौन सी विशेषता एक समान लगी?
मुझे लगता है, ये सभी लोग अपने उद्देश्य को लेकर स्पष्ट और दृढ़ थे। इनकी कुछ मूल धारणाएँ थी जो इनके हर काम और कदम का ईंधन थी। उन्हें अपने दूरदर्शिता का अहसास अपनी कड़ी मेहनत से और अपने आस-पास के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर हुआ।
३. कोई ऐसी दो ज़रूरी बातें जो आपने येल में पढ़ाई के दौरान सीखी हो? और ये आपने किससे सीखी, इसका भी ज़िक्र ज़रूर करे।
येल में मेरे एक टीचर थे जिनका नाम था टोनी मस्सीनि, मेकैनिकल इंस्ट्रूमेंटेशन यानी यंत्रों से संबंधित जो भी बातें आज मैं जानता हूँ, वे मुझे टोनी ने ही सिखाई है। जो भी उन्होंने मुझे पढ़ाया है, वे सब आप लीओनार्डो दा विंची की इस इटैलियन कहावत से संक्षेप में समझ सकते है- "सापेरे वडेरे " इंग्लिश में इसका अर्थ है "नोइंग हाऊ टू सी" यानी चीज़ों को कैसे देखा जाए इसका ज्ञान प्राप्त करना। दूसरी बात मेरे शिकागो के योगा टीचर ने सिखाई, वह हमेशा कहते है, "डोंट ट्राई हार्ड, ट्राई ईज़ी" यानी अपने लक्ष्य और सपनों को लेकर इतना संघर्ष ना करें की आपको मानसिक, भावुक और शारीरिक थकान महसूस होने लगे।
प्रयास निरंतर करें पर मन की शांति के साथ। यह अपना पाना मेरे लिए कठिन है, मैं आज भी इसपर काम कर रहा हूँ!
४. आपके डिज़ाइनज़ 'अलग से उभरने' की बजाय माहौल में 'घुलते मिलते' नज़र आते हैं, यह किसी भी डिज़ाइनर के लिए बहुत असामान्य बात है क्योंकि किसी भी दृश्य कला का मकसद लोगों को मोहित और विस्मित करना होता है- इसके पीछे का विचार क्या है?
हमारा मानना है कि हमारी सफ़लता हमारे ग्राहकों और सहयोगियों की सफ़लता और वे क्या हासिल करना चाहते हैं, इन्हीं विचारों में बसती है। हम यह तभी हासिल कर सकते है जब हम खुद डिज़ाइनिंग में सबसे बेहतरीन काम करे और फिर सफ़लता की राह आपके लिए छोड़ दे। ताकि आप अपना काम अच्छे से कर पाए। हम लगातार शांतिपूर्वक और विश्वसनीय ढंग से आपको एक सफ़ेद कैनवास थमांएँगे, जिसपर आप अपने विचार डिज़ाइन कर सकें। आपकी सफ़लता ही हमारी सफ़लता है, और आपकी सफ़लता का हिस्सा होना हमारे लिए काफ़ी शानदार अनुभव है।
हमारा मानना है कि डिज़ाइन निजी-संतुष्टि और निजी-अभिव्यक्ति से ऊपर है। हम ज़्यादा से ज़्यादा डिज़ाइनर्ज़ को इस नए दशक में यह विचार अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यह दशक तात्कालिकता की एक विचित्र भावना लाया है, जिस वजह से हमने चीजों के सालों-साल रहने वाले प्रभाव को समझाना केवल शुरू किया है।
५. आपके लिए 'सस्टेनेबल' डिज़ाइन या फर्नीचर की परिभाषा क्या है? ऑनेस्ट स्ट्रक्चर्स इस विचार या परिभाषा के साथ कैसे जुड़ता है?
ऑनेस्ट स्ट्रक्चर्समें हमारा मानना है कि बेहतरीन सामान = कम सामान। हम लोगों को कम पर बेहतरीन सामान लेने के लिए प्रेरित करते है। हम कोई भी उत्पाद बनाने के लिए केवल सबसे बेहतरीन पदार्थ (चाहे लकड़ी हो या धातु) का ही इस्तेमाल करते है, ऐसी रचनाएँ जो सदा के लिए इस्तेमाल हो सकें। ऐसी रचनाएँ, जो जब आप चाहे, फिर से नई जैसी हो सकें। ताकि आपको सिर्फ़ एक बार ही निवेश करना पड़े, बार-बार नहीं। यह निश्चित करने के लिए कि हमारी कोई भी रचना या स्थापना आने वाले कई वर्षों तक बढ़िया दिखे(ना की कुछ हफ़्तों के लिए) हम ट्रेंड्स को फॉलो नहीं करते। वे उत्पाद जो मिलावटी पदार्थों से बनते हैं, वे लैंडफ़िल यानी कचरा भराव क्षेत्र में पहुँचते हैं। इसलिए हम मिलावटी पदार्थों का प्रयोग नहीं करते। ऑनेस्ट स्ट्रक्चर्स के उत्पाद जितनी जल्दी एकत्रित किए जा सकते हैं उतनी ही जल्दी अलग भी किए जा सकते हैं, वह भी मिनटों में। इसलिए इन्हें पूरी तरह रीसाईकल करना आसान हैं, वह भी कम प्रयास के साथ।
६. क्या आप व्हीलचेयर प्रॉजेक्ट पर चर्चा कर सकते है? क्या समावेशी समाज के विचारों पर आधारित, ऐसे और प्रॉजेक्ट्स के उदाहरण आप दे सकते हैं, जिसका ऑनेस्ट स्ट्रक्चर्स हिस्सा हैं?
हम इस प्रॉजेक्ट का हिस्सा कई वर्ष पहले बने थे। कई दशकों के अनुभव के बावजूद, इस प्रॉजेक्ट को संभव ना कर पाना आज तक मेरे लिए सबसे बड़े अफ़सोस की बात है। इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन, आई.आई.टी, शिकागो में हमने एक ऐसी व्हीलचेयर का निर्माण किया जो उन सभी लोगों को उतना ही गतिशील और प्रोडक्टिव होने का मौका दे जितना व्हीलचेयर का उपयोग ना करने वालों को मिलता हैं। ज़रा सोचिए, हवाई जहाज़ पर ना चढ़ पाना, सार्वजनिक शौचालय का उपयोग ना कर पाना, किसी कॉन्फेरेंस-रूम में ना प्रवेश कर पाना या फिर कॉफ़ी न खरीद पाना, ये सब केवल इसलिए क्योंकि आप एक व्हीलचेयर में हैं। अब यह सब किसी ऐसे व्यक्ति के लिए सोचिए जिसे स्पाइनल कॉर्ड यानी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई हो, अधिकतम मामलों में यह हमेशा बनी रहनेवाली स्थिति बन जाती हैं
हमारे डिज़ाइनिंग के तरीके ने इन सभी समस्याओं का हल निकाल लिया था। मैं इस प्रॉजेक्ट पर दोबारा काम करने की इच्छा रखता हूँ।
ऐसे कई व्यवसाय, कर्मचारी और लोग हैं जो इस प्रोजेक्ट को लेकर उत्सुक है एवं इसका हिस्सा बनना चाहते है, ऐसे लोगों के साथ काम करना मुझे अत्यंत आनंद देगा। मैं इस प्रॉजेक्ट को दोबारा शुरू करना चाहूँगा, इसे जीवित करना चाहूँगा।
७. क्या भविष्य में आप अपसाईकल (वस्तु को रीसाईकल कर एक बेहतर क़्वालिटी की वस्तु में बदलना) किए गए फर्नीचर पर काम करना या फिर उसका उपयोग करना चाहेंगे?
फ़िलहाल हम एक ही तरह के पदार्थ के साथ, सही तौर-तरीकें अपनाकर काम करते हैं। हम ऐसा कुछ नहीं बना रहे जो भविष्य में कचरा बन लैंडफ़िल में पहुँच जाए। हम जो कुछ भी बनाते हैं सदा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता हैं या फिर आसानी से रीसाईकल किया जा सकता हैं। आने वाली कलेक्शन्स में हम नई विशेषताएँ जोड़ना चाहते हैं। अगर हम यह सब अपसाईक्लिंग जैसे तरीक़ों के ज़रिये हासिल कर पाए तो यह बहुत ही शानदार कदम होगा। जो लोग इसपर काम कर रहें हैं उन्हें ज़रूर ही हमसे जुड़ना चाहिए।
८. अगर आपको कोई गाना हमारी पृथ्वी को समर्पित करना हो तो वह कौन सा गाना होगा?
नीना सिमोन का फीलिंग गुड । ना तो हमारे पास पुरानी बातों पर अफ़सोस करने का समय हैं ना ही पुरानी बातों को सोचने का। यह वह समय है जब हमे अत्यंत आशावादी और ईमानदार रह आगे बढ़ना हैं।
सुष्मिता मूर्ति एक फ़ीचर्स राइटर हैं। सस्टेनबिलिटी से सम्बंधित विषयों में रूचि रखती सुष्मिता एक अनुभवी प्रोक्रस्टिनेटर हैं, जो विडम्बना से अपनी जीविका समयसीमा के पीछे भागते हुए कमाती हैं।