The Oscar for documentary short The Elephant Whisperers has brought a lot of joy and has also brought home the deadly impact of human-elephant conflict that’s playing out with alarming frequency in India.
आइए मिलें उन दो उद्यमियों से जो समूचे हैदराबाद शहर के फूलों को पर्यावरण हितैषी उत्पादों में बदलने तथा स्थानीय स्त्रियों के सशक्तीकरण के हेतु एकत्र करते हैं।
समाज की अल्प अपशिष्ट समाज सुधारक 'मेहंदी शिदासानी' से मिलिए जो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के
माध्यम से लोगों को सस्टेनबल जीवन शैली के विषय में शिक्षित करती रही हैं जहां वे 'कॉंशियस छोकरी' के
नाम से जानी जाती हैं।
क्या यह बात पर्यावरण के पक्ष में है कि आप एक कैन या बोतल से अपना सोडा पिएं? इसकी अपेक्षा यह बेहतर रहेगा कि आप पर्यावरण से प्राप्त किए गए कुछ नींबुओं से अपने पेय को तैयार कर लें।
As the annual Daan Utsav kicks off, Ethico chats with one of its volunteers, Bharati Dasgupta, about how sustainability is closely tied to the joy of giving.
फ़ूड और एग्रीकल्चर कंसलटेंट और एक्सटिंक्शन रिबेलियन, मुंबई के शुभम कर चौधरी, बताते हैं कि अब क्लाइमेट क्राइसिस यानी पर्यावरण संकटकाल के ख़िलाफ़ हमें अपनी चुप्पी क्यों तोड़नी चाहिए।
विगत वर्षों में, विश्व भर से युवा लोग जलवायु संकट के खिलाफ़ लड़ाई का नेतृत्व करते रहे हैं। ये उनमें से पांच ऐसे भारतीय युवा नाम हैं जो परिवर्तनकारी बदलाव लेकर आए हैं।
गुरुग्राम निवासी स्वच्छता सलाहकार बताती हैं कि किस प्रकार 'कोनमारी शैली' का प्रयोग करके अपने निवास स्थल को व्यवस्थित बनाना एक अधिक सस्टेनबल जीवन शैली की ओर महत्वपूर्ण पहला कदम है।
एक 24 वर्षीय जनजातीय कार्यकर्ता, जिन्हें हाल ही में 'संयुक्त राष्ट्र' के 'युवा सलाहकार पैनल' के अन्तर्गत नियुक्त किया गया है, कहती हैं कि किस प्रकार आदिवासी और जंगल के निवासी समुदाय जलवायु परिवर्तन के खिलाफ़ नेतृत्व करने की श्रेष्ठ अवस्था में हैं
एथिको, 'अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस' पर गोवर्धन मीना का सम्मान पूर्वक अभिवादन करती है, जिन्होंने एक सुसज्जित मिनी बस के द्वारा हज़ारों बच्चों को ना केवल 'राजसी बाघों' से, परिचित कराया, बल्कि उन्हें उनके निकट बसे जंगल के साथ भी जोड़ा।
सोश्यल औन्ट्रोप्रॅन्योर एवं अलमित्रा सस्टेनेब्लज़ की संस्थापक अनामिका सेनगुप्ता बताती हैं, की कैसे उन्होंने धीमी गति के जीवन जीने की कला में सिद्धि प्राप्त करने के साथ - साथ दो बहुत ही सफ़ल उद्योगों की भी स्थापना की |
१२ साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट, रिद्धिमा पांडे अपने अब तक के सफ़र और अनुभव पर हमसे चर्चा करती हैं - यूनाइटेड नेशन्स में ग्रेटा थंबर्ग के साथ याचिका साइन करने से कोरोना के समय में क्लाइमेट सक्रियतावाद तक।
आई.बी.एम के पूर्व अध्यक्ष की इस कहावत को ऑनेस्ट स्ट्रक्चर्स के हेमंत झा याद करते है। उनका मानना है कि एक बढ़िया डिज़ाइन में सचेत एवं सहानुभूति जैसे गुण होते है और यह 'सभी के लिए लाभदायक' होता है।
टीम एथिको ने फ़ैशन एंटरप्रेन्योर मेघना नायक से उसकी कंपनी लतासीता के बारे में बात की जो लोगों के पुराने वार्डरॉब को अपसाइकिल कर के नयी कहानियाँ बुनती है — बिना कोई नए निशान को छोड़े।
मेट्रो कार शैड बनाने के लिए 2,000 पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाला मुंबई के सबसे बड़े सिटिज़न एक्शन मूवमेंट में से एक, आरे विरोध, मुंबई में ताकत और भावना का प्रदर्शन रहा है। और हम में से कुछ के लिए यह धैर्य के साथ लड़ाई लड़ने का सबक भी बन गया है।
Ethico founders Indranil and Rabia, together also the founders of the #MahimBeachCleanUp, share their trials and triumphs of exposing one of Mumbai’s neglected beaches from under piles of trash.
अभिनेत्री अमाला अक्किनेनी ने छह वर्ष की उम्र में पहली बार एक पशु का बचाव किया और तभी से बिना किसी रुकावट इस ओर कार्यरत हैं। 1992 में तेलुगु फिल्मों के सितारे 'नागार्जुना' से विवाह के पश्चात वे हैदराबाद में रहने लगीं जहां पशु आवासों और पशु कल्याण सुविधाओं की कमी ने उन्हें 'ब्लू क्रॉस फाउंडेशन'की स्थापना करने की ओर प्रेरित किया। आज अपने अट्ठाइसवें वर्ष में कदम रख चुकी 'ब्लू क्रॉस फाउंडेशन' ने विगत वर्षों में करीब 435000 पशुओं के बचाव और उपचार, सरकारी विभागों के साथ मिलकर पशु कल्याण के क्षेत्र में सुधार, प्रयोगशालाओं में पशु परीक्षण प्रक्रिया के निरीक्षण और अधीक्षण, पशुओं के बचाव में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों और अन्य नागरिकों के प्रशिक्षण अथवा अनेक लोगों तक पहुंच बनाने और जागरूकता कार्यक्रमों के संचालन का कार्य किया है। हालांकि पशु कल्याण उनके जीवन में सबसे अधिक महत्वपूर्ण रहा है, अक्किनेनी जीवन में समय समय पर अनेक संस्थाओं के साथ जुड़कर 'एच.आई.वी' से लेकर 'बाल और विधवा सशक्तिकरण' जैसे व्यापक उद्देश्यों से जुडे़ कार्यों में कार्यरत रही हैं। मनुष्य एवं पशुओं के प्रति उनकी निष्ठा और दया भाव प्रशंसनीय है।
Leveraging small-scale closed social networks to provide pre-owned products a new lease of life is a simple, effective solution to our consumption problem.
It’s that time of the year again, when you sit and make a checklist of everything you’re going to achieve this year. How about making sustainability a priority in 2021?
Home care products permeate our lives like never before. In the first part of this four-part series, we talk about how these chemical-filled products harm the environment, and how you can start transitioning to natural solutions.
Among the 150+ films airing at this edition of the International Kids Film Festival, these films expose children to the environmental problems and solutions facing humanity today.
A virtual film festival celebrating our planet aims to create a fresh experience for viewers interested in the social and environmental issues of our time.
क्या कैमरे जैसी साधारण वस्तु पर्यावरणीय समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कर सकती है और क्या बच्चे जलवायु संकट का समाधान ढूंढ सकतें हैं?’ अंतराष्ट्रीय बाल फिल्म उत्सव ‘ के दौरान हुए सामूहिक विचार- विमर्श में इन जैसे कई विषयों पर चर्चा की गई।
Whether you want to help researchers document plant and animal species, or simply try your hand at being a wildlife DJ, this list appeals to a wide range of ages and interests.
डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ़. इंडिया के एक ताज़ा वेबीनार में कुछ नामित लोगों के समूह ने इन प्रश्नों के उत्तर खोजने का प्रयास किया कि हमारे शहरों के जल निकाय लुप्त क्यों होते जा रहे हैं और सरकार इस विषय में क्या कर रही है।
हम अपनी खरिदारी के निर्णयों को सस्टेनबल पैकेजिंग के साथ सुनिश्चित करके किस प्रकार संचालित कर सकते हैं? इस विषय में उपलब्ध विकल्प और स्थितियां केवल हमें उलझाने का कार्य करती हैं। प्रस्तुत हैं वह मार्गदर्शन जिसकी आपको पैकेजिंग के समय आवश्यकता पड़ती है।
A week-long analysis of this correspondent’s trash can reveals the gap between how sustainable he thinks his household is and how sustainable it actually is.
A webinar by WWF India puts the spotlight on latest technological innovations that can help protect wildlife, track climate change and make the planet more sustainable.
Want to do some good for the planet while performing your asanas? Here’s your guide to sustainable, eco-friendly, and socially conscious yoga clothing and gear.
ऐसे समय में जब इस टिकाऊ पौधे को एक श्रेष्ठ संसाधन और सस्टेनेबल होने के कारण बेशकीमती माना जा रहा है
तब हमारा रुक कर यह प्रश्न करना उचित होगा कि कहीं यह पर्यावरण के प्रति मिथ्या हितचिंता का रूप तो नहीं है।
क्या यह बात पर्यावरण के पक्ष में है कि आप एक कैन या बोतल से अपना सोडा पिएं? इसकी अपेक्षा यह बेहतर रहेगा कि आप पर्यावरण से प्राप्त किए गए कुछ नींबुओं से अपने पेय को तैयार कर लें।
हम अपने पालतुओं से प्रेम करते हैं, परन्तु हम इस तथ्य की उपेक्षा नहीं कर सकते कि इनकी देखभाल के लिए हमारे द्वारा अपनाए गए तरीकों का एक बड़ा प्रभाव पर्यावरण पर पड़ता है। प्रस्तुत हैं कुछ उपाय जिनके माध्यम से आप अपने पालतू को एक श्रेष्ठ जीवन देने के साथ साथ अपने ग्रह की देखभाल भी कर सकते हैं।
कोविड-19 महामारी के दौरान हम में से बहुत से लोगों ने कला से जुड़ना पसंद किया परन्तु हमें यह एहसास नहीं है की कला सामग्री का पर्यावरण पर एक नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्रस्तुत हैं कुछ उपाय जिनसे आप इन गतिविधियों को अधिक पर्यावरण हितैषी बना सकते हैं।
Kinder to the pocket and the environment, these online spaces for pre-loved goods are shedding the taboo of second-hand buys to emerge as preferred shopping alternatives
वायु प्रदूषण पर्यावरण के प्रति विनाशकारी है तथा वैश्विक स्तर पर प्रति वर्ष लाखों लोगों की मृत्यु का कारण बनता है। परन्तु 'ग्रैविकी लैब्स' ने कार्बन उत्सर्जन को अधिकृत कर उसे एक व्यावसायिक रूप से संगत स्याही में रूपांतरित करने का मार्ग खोज निकाला है।
प्रति वर्ष लाखों टूथब्रश हमारे लैंडफिल्स में पाए जाते हैं और समुद्र तटों पर बहते नज़र आते हैं। इनमें से अधिकतर प्लास्टिक से बने होते हैं। इस स्थिति में सुधार के लिए हम क्या कर सकते हैं?
अपनी आज़ादी श्रृंखला को जारी रखते हुए : व्यक्तिगत और घरेलू देखभाल के जल आधारित उत्पादों से मुक्ति धरती को और अधिक हरीतिमा युक्त स्थान बनाने में मदद कर सकती है।
भारत के वर्षावनों के अंतिम अस्तित्व के रूप में बचा एक वर्षा वन संकट में है। एक सक्रिय कार्यकर्ता बता रहे हैं कि घर में आराम से बैठे हुए भी आप कला सृजन से लेकर ट्विटर पर ज़ोरदार आवाज़ उठाने जैसे माध्यमों से किस प्रकार इस वन को विनाश से बचा सकते हैं।
उपनिवेशवाद से आजादी ने भारत को एक समृद्ध और आत्म निर्भर राष्ट्र बनने का अवसर प्रदान किया। यद्यपि इसके लिए हमारे पर्यावरण को भारी कीमत चुकानी पड़ी। स्वतंत्रता के इस जोश के साथ, आज बेहतर भविष्य के लिए सस्टेनबल वस्तुओं का चुनाव करने का समय है।
लंबे समय तक चार्ज रहने वाली बैटरी, हल्की, मज़बूत बनावट और रजिस्ट्री का झंझट भी कम, ये कुछ कारण है जिस वजह से सचेत यात्री कम गति वाले ई-स्कूटरों को अपना रहे हैं।
क्या आप सस्टेनबल यानी संपोषणीय रूप से अपने शिशु का पालन पोषण करने के विषय में उलझे हुए एक भावी या नए माता पिता हैं? अत्यधिक व्यय से बचते हुए आप किस प्रकार कुछ आसान बदलाव ला सकते हैं; जानने के लिए आगे पढें।
From a respectful farewell for your once-loved iPad to guidelines that must govern your next headphones purchase, here’s what you must know about your electronic waste, according to Dr. Uttam Doraswami, Founder & Director at Elxion Private Limited.
कुछ विशिष्ट लेखों के साथ, जो आपको बेहतर चुनने का आग्रह करते हैं, हम अपने स्वतंत्रता माह को मनाते हैं, अतः एथिको से जुड़ें। "आज़ादी" श्रृंखला में हम इस प्रथम लेख के माध्यम से अपनी संस्कृति को भीतर से जानने का प्रयास कर रहे हैं।
जब अंतिम संस्कार जैसा विषय हो तो परंपराओं की तरफ़ रुझान स्वाभाविक और आसान बात है। पर मृत्यु से जुड़ी इन परम्पराओं के लिए हम एक पर्यावरण हितैषी राह भी बना सकते हैं।
फॉलो कीजिए कुछ अद्भुत और पूरे विश्व में प्रसिद्ध इंफ्लूएन्सर्स को। ताकि आप ईको-फ़्रेंडली यानी पर्यावरण हितैषी उत्पादों के बारे में जानकर, स्वच्छ, सस्टेनेबल और ग्रीन ख़ूबसूरती पाए।
कुरकुरे स्नैक्स की करारी आवाज़ तो हमें बहुत पसन्द है, लेकिन उसके प्लास्टिक पैकेट की खर-खर कानों में चुभती है। हमारी ये घर पे बनाने वाली रेसिपीज़ आपको उस चुभने वाले शोर से बचा सकती हैं।
किसी भी समस्या का समाधान करने के लिए सबसे ज़रूरी है उसे समझना। यहाँ पर हम प्लास्टिक की जटिल दुनिया को विभाजित कर के समझा रहे हैं ताकि आप आसानी से इसे समझकर अपने फैंसले ले सकें
एक बेहतर पृथ्वी के लिए काम कर रहे सब लोगों के लिए एक शेयर्ड स्पेस, वायथ्रीके - प्लेनेट लॉस्ट एंड फाउंड, ने पर्यावरण से जुड़ी महत्वपूर्ण आवाज़ें और बातें उठाईं
हम इंसान वह इकलौती प्रजाति हैं जो ऐसा वेस्ट बनाते हैं जो प्रकृतिक रूप से डिकम्पोज़ नहीं हो सकता है जिसके कारण कॉम्पोस्ट करना शहरी जीवन का न सिर्फ़ महत्वपूर्ण बल्कि बहुत ज़रूरी हिस्सा बन गया है।
फ़ैशन इंडस्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी इंडस्ट्रीज़ में से एक है जो ग्लोबल जी.डी.पी. का 2% बनाती है और सबसे बड़े पोल्यूटैंट्स की लिस्ट में सिर्फ़ तेल के नीचे है।
डिस्पोज़ेबल नैपीज़ हमारे लैंडफिल के लिए खतरनाक हैं। वैसे क्लासिक (लेकिन मेहनत मांगती) लंगोट का तो कोई मुकाबला नहीं है, क्लॉथ डायपर आपका अगला अच्छा विकल्प है।
किसी भी गेटअवे की तरह आनंददायक, ये बिना किसी ग्लानि के की जा सकती है और वो भी सिर्फ़ आधे दाम में! ये छुट्टियाँ आपके लिए मानो दूसरी ही दुनिया की ख़ुशियाँ लाती हैं।