एक सस्टेनेबल गेटअवे — विल्डरनेस्ट
- गोवा, कर्नाटक और महाराष्ट की ट्राई-स्टेट बाउंड्री के म्हादेई बायो रीजन में बसा हुआ विल्डरनेस्ट मिनिमल इंटरफेरेंस के प्रिंसिपल पर बेस्ड है ।
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एनवायरनमेंट और वाइल्डलाइफ की तरफ पूरे पैशन से बना हुआ ये विल्डरनेस्ट का प्रोजेक्ट एक अलग तरह का फुलफिलिंग हॉलिडे एक्सपीरियंस ऑफर करता है... खासकर थके हुए अर्बन सोल्स के लिए । यहां वाटरफॉल्स के सुन्दर व्यू, चिड़ियाएं और नेचर की खूबसूरती — सब कुछ जंगल की सैंक्टिटी को रखते हुए देखने हो मिलती हैं । इन्टरेस्टिंगली, गोवा के चोरल घाट के जिस लैंड पर ये बना हुआ है वो डिग्रेडेड, माइनड और डिफोरेस्टेड था । रिच बायोडाइवरसिटी के अलावा ये फारेस्ट मिनरल में भी रिच है जिसके कारण ये माइनिंग का हॉटस्पॉट बन गया था जो किसी भी जंगल के इक्विलिब्रियम के लिए सबसे बड़ा खतरा है । फिर मर्चेंट नेवी के कैप्टेन नितिन ढोंड ने इसको अडॉप्ट किया और लेट नाइनटीज़ में उन्होंने अपनी सारी जमा पूँजी यहां छोटे प्लाट खरीदने में लगायी। जैसे-जैसे आस-पास के एरियाज़ अवेलेबल होने लगे, वे अपने प्लॉट्स को एक्सपैंड करते रहे । हरपेटोलॉजिस्ट और कन्ज़र्वेशनिस्ट निर्मल कुलकर्णी और कुछ डेडिकेटेड एक्सपर्ट्स के साथ, कैप्टेन ढोंड ने यहां सेलेक्टिव प्लांटिंग और नेचुरल रिजैनेरशन करने से रिफ़ोरेस्टेशन एफर्ट शुरू किया । इतने सालो में ये स्वप्नगन्धा नाम की एक 700 एकड़ की प्राइवेट सैंक्चुअरी में बदल गया है जिसमें ये विल्डरनेस्ट इकोटेल शामिल है । इस सैंक्चुअरी ने एरिया की बायोडाइवर्सिटी को प्रिज़र्व किया है, इललीगल माइनिंग रोकी है और बड़े मैमल्स के लिए एक वाइटल कॉरिडोर को प्रोटेक्ट किया है ताकि यहां की विल्डरनेस सस्टेन हो सके । यहां टाइगर, लेपर्ड और दूसरी थ्रेटिनेड स्पीशीज़ अच्छे से पनपती हैं ।
कम से कम इंटरफेरेंस के अपने प्रिंसिपल पर टिका हुआ ये इकोटेल सिर्फ तीन एकड़ प्रॉपर्टी में बना है और दूसरे पंद्रह एकड़ ट्रैकिंग, नेचर ट्रेल्स जैसी एक्टिविटीज़ के लिए काम आते हैं । जो बचे हुए 670 एकड़ हैं वो कोर प्राइवेट सैंक्चुअरी बनाते हैं जहां रिसर्चज़ को स्क्रीनिंग के बाद ही लिया जाता है ।
विल्डरनेस ने एरिया की बायोडाइवर्सिटी को प्रिज़र्व किया है, इललीगल माइनिंग रोकी है और बड़े मैमल्स के लिए एक वाइटल कॉरिडोर को प्रोटेक्ट किया है ताकि यहां की विल्डरनेस सस्टेन हो सके । .
निर्मल कुलकर्णी, विल्डरनेस के डायरेक्टर ऑफ़ इकोलॉजी ने कहा, "हमारे इको-रिसोर्ट की इन्ट्रिंसिक वैल्यू कंज़र्वेशन और रिस्पेक्ट फॉर आल लाइफ़ फॉर्म्स है । हमें लगता है यूथ और अडल्ट्स दोनों को ही समझने की ज़रूरत है कि हम ग्लोब्ली अपने इन्वायरन्मेंट्स से जुड़े हुए हैं। और ग्लोबल वॉर्मिंग, ह्यूमन-वाइल्डलाइफ़ कन्फ़्लिक्ट्स और क्लाइमेट चेंज अब हमारे निकट के इशूज़ हैं। हमारा रोल है गैस्ट्स से कनैक्ट और उनको एंगेज करना और सबको अवेयर करवाना की धरती को उनके बच्चे ही इन्हेरिट करेंगे और ये सिर्फ़ तब हो सकता है जब हम अवेयर हों।”
‘'इको-रिसोर्ट की इन्ट्रिंसिक वैल्यू कंज़र्वेशन और रिस्पेक्ट फॉर आल लाइफ़ फॉर्म्स है' - निर्मल कुलकर्णी
विल्डरनेस्ट में क्या मिलता है?
18 ईको-कॉटेज, लोकल क्विजीन सर्व करने वाला एक रेस्टोरेंट, एक खूबसूरती से आयोनाइज़ किया हुआ इंफिनिटी पूल जो कम-से-कम क्लोरीन यूज़ करता है और एक आयुर्वेदिक रेजुविनाशन सेंटर के साथ-साथ बहुत सारे आउटडोर एक्सपीरियेनसेस जिनमें नेचर वॉक, ट्रेक, विलेज विज़िट, फ़ोक डांस आदि शामिल हैं ।
इसे क्या सस्टेनेबल बनाता है?
- इसमें सस्टेनेबल मटेरियल जैसे की ऑस्ट्रेलियन अकेशिया (एक सोशल फॉरेस्ट्री का वुड), रीसायकल किये हुए रेलवे स्लीपर, खानापुर स्टोन, बैम्बू और दूसरे नेचुरल मटेरियल का प्रयोग किया गया है ।
- हर कॉटेज इंटीरियर को इंटरनेशनल इकोटेल स्टैण्डर्ड के हिसाब से डिज़ाइन किया है जिसमें अल्टरनेटिव एनर्जी का यूज़ और नेचुरल लाइटिंग शामिल हैं ।
- विल्डरनेस्ट के अपने बायो-वेस्ट प्लांट हैं जो खाद बनाते हैं और वहाँ प्लास्टिक रिडक्शन और रीसायकल और रियूज़ की भी पालिसी है ।
- कॉटेज ऐसे बने हैं की वो फ़ॉरेस्ट से इंटरफ़ियर नहीं करते और न ही फ़ॉरेस्ट कॉटेज से ।
- छः आस पास के गावों के बहुत सारे लोगों के लिए एम्प्लॉयमेंट जेनेरेट होता है और उनको लाइवलीहुड मिलता है ।
- म्हादेई रीजन की बायोडाइवर्सिटी के बारे में अवेयरनेस बढ़ाता है ।
- डिफोरेस्टेड लैंड में इकोलॉजिकल रेस्टोरेशन की तरफ़ काम करता है और वहाँ की नेचुरल, कल्चरल और हिस्टोरिकल हेरिटेज को बचाता है ।
- इको कॉटेज और दूसरे बने हुए स्ट्रक्चर गाँव की हट्स जैसे लगते हैं जो फॉरेस्ट हैबिटैट की एक ऑथेंटिक फ़ील देते हैं बिना कम्फर्ट कम किये ।
विल्डरनेस्ट में एक्टिविटीज़
सबसे ऊंचे पॉइंट तक ट्रेक
ये गोवा-कर्नाटक-महाराष्ट्र की ट्राई-स्टेट बाउंड्री तक का पंद्रह मिनट का ट्रेक एक यूनिक एक्सपीरियंस है जो चोरला घाट और म्हादेई वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी का 360 डिग्री व्यू देता है। इसे एक नैचुरलिस्ट द्वारा गाइड किया जाता है और ये सारे ऐज के लोगों के लिए सूटिड है ।
विलेज टूर
चोरला गाँव के इस ट्रिप पर जंगल में छुपे हुए पुराने आइकन्स को देखा जा सकता है । विल्डरनेस्ट के गैस्ट रामेश्वर टेम्पल भी जा सकते हैं जो गाँव के बीचोंबीच है । इकोलॉजी और इकॉनमी के बीच के नाज़ुक बैलेंस को ये गाँव दर्शाता है।
वॉटरफ़ॉल तक ट्रेक
ये 45 मिनट का ट्रेक उनके लिए बहुत रिच एक्सपीरियंस बन सकता है जो सहयाद्री के अनछुए फ़ॉरेस्ट को पसंद करते हों। ये ट्रेक वॉटरफ़ॉल तक ले जाया जाता है। रास्ते में, अगर आप लकी हों, आपको तितली और दूसरी चिड़ियों के अलावा गौर और हार्नबिल दिख सकते हैं ।
आर्गेनिक फार्म की विज़िट
चोरला गाँव के पास आर्गेनिक फार्म तक का जीप ट्रेल छोटे आर्गेनिक विलेज फार्म को देखने का अच्छा एक्सपीरियंस साबित होता है । यहां गैस्ट्स को अलग-अलग वेजिटेबल्स के बारे में भी जानकारी मिल सकती है जो फ़ार्म से रिसोर्ट के लिए सोर्स किये जाते हैं ।
बर्डिंग ट्रेल
ये ट्रेल एक मौका है 20 से ज़्यादा बर्ड स्पीशीज़ को देखने का, इनमें मालाबार व्हिसलिंग थ्रश और पैराडाइस फ्लाईकैचर शामिल हैं ।
नाईट ट्रेल
ये बहुत ही इंटरेस्टिंग ट्रेल गैस्ट्स को फॉरेस्ट की नाइटलाइफ़ का फर्स्ट-हैंड एक्सपीरियंस देती है और उनको वेस्टर्न घाट के कम जाने हुए क्रीचर्स का रोल समझने में मदद करती है।
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